संपादक नयन टवली की कलम से ✍️

झाबुआ – कलेक्टर सभा कक्ष में मातृधरा अभियान के तहत आज विभिन्न महिला संगठनो के साथ परिचर्चा का आयोजन किया गया , परिचर्चा में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद सुश्री तनुश्री मीणा ने उपस्थित सभी महिलाओं से मातृधरा अभियान के सन्दर्भ में विस्तृत रूप से बताया गया। उन्होंने कहा कि कलेक्टर नेहा मीना की पहल पर जिले में मातृधरा अभियान शुरू किया जा रहा है। जिसमें जिले की सम्मानीय नारी शक्ति के सहयोग से प्रकृति संरक्षण को जन आंदोलन बनाना है। उन्होंने कहा कि जैसे ही अपनी धरती को माँ की संज्ञा देते है वैसे ही धरती के संरक्षण के लिए नारी शक्ति के एकत्रित होकर कार्य करने के आवश्यकता है। जिसमें सामाजिक संगठन की महिलाओं की सहभागिता के लिए परिचर्चा का आयोजन किया गया है ।

परिचर्चा नारी शक्ति से प्रकृति को शक्ति के लिए संवाद – परिचर्चा में भारतीय स्त्री शक्ति संगठन की श्रीमती किरण शर्मा ने सुझाव दिया कि जिले एवं विकासखण्ड स्तर पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किये जाने के लिए स्थानों का चयन कर सुनियोजित रूप से पौधारोपण किया जाए। इनरव्हील क्लब की ज्योति राका ने सुझाव दिया कि घरेलू स्तर पर उपलब्ध फल जैसे आम की गुठलियों एवं अन्य के द्वारा फलदार पौधा का रोपण किया जाए। गुड मार्निंग क्लब की प्रफुल्ल शर्मा ने सुझाव दिया कि पौधे लगाये जाने से लेकर बढ़ाने तक बच्चो को जिम्मेदारी दी जाए कब और उन्ही बच्चों के नाम पर पौधो का नाम रखा जाए जिससे बच्चो में अपनत्व की भावना एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी का आभास हो , शौर्य भारती सेवा मेघनगर की आरती भानपुरिया ने बताया कि उनके संगठन द्वारा पूर्व में 5000 से अधिक वृक्ष लगाये गये है। उन्होंने कहा कि मंदिरों एवं महिलाओं की भजन मण्डलियों के माध्यम से भी पौधारोपण करने का सुझाव दिया। महाशक्ति महिला मण्डल राणापुर से श्रीमती यश्वी शाह ने कहा कि वे स्वयं पौधे तैयार कर निः शुल्क वितरण करती है। उन्होंने सुझाव दिया कि अभियान के तहत बच्चो को भी जोड़ कर पर्यावरण संरक्षण एवं वेस्ट से वेल्थ के सम्बन्ध में समझाया जाए जिससे आने वाली पीढ़ी में भी प्रकृति संरक्षण के बीज बोये जा सके। भारतीय स्त्री शक्ति की अर्चना सिसोदिया ने कहा कि पौधारोपण के उपरांत उसकी सुरक्षा एवं ऑफ्टर केयर पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए जिससे कि पौधो की उत्तरजीविता भी बढ़ सके , भारतीय स्त्री शक्ति की पूजा माथुर ने स्कूली छात्र – छात्राओं को पौधो की ऑनरशिप लिये जाना सीखाने का सुझाव दिया। साथ ही व्यक्ति के जीवन में अहम पलो जैसे जन्मदिन पर वृक्ष लगाये जाना चाहिए। श्रीमती अन्नु भाबोर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मेड़ पर पौधा लगाये जाने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए। वादा सेवा संस्थान समिति मेघनगर की संगीता गणावा ने सुझाव दिया कि फलदार वृक्षो की का अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाए , डिप्टी कलेक्टर श्रीमती रीतिका पाटीदार ने वृक्षारोपण के साथ स्वच्छता में सहभागिता को बढ़ाये जाने का सुझाव दिया। उन्होंने वेस्ट मैनेजमेन्ट के तहत रीयूज, रीड्यु रीसाइकल को अपनाये जाने को कहा। परिचर्चा में सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्रीमती सुप्रिया बिसेन ने सुझाव दिया कि वृहद पौधारोपण के साथ पौधो को गोद लिया जाए जिससे उत्तरजीविता बढ़ायी जा सके। श्रीमती आयशा कुरैशी के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किये गये प्रयासों को विस्तृत रूप से बताया। श्रीमती सीमा त्रिवेदी ने भी हॉस्टल एवं शिक्षण संस्थानों में पौधारोपण का सुझाव दिया ।

शपथ :-परिचर्चा के उपरान्त उपस्थित सभी महिलाओं ने वृक्ष लगाये जाने एवं उनके संरक्षण की शपथ ली ।
हस्ताक्षर अभियान : – सभी महिलाओं द्वारा हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से मातृधरा अभियान में सहभागिता के लिए सहमति दी , इस दौरान विभिन्न महिला संस्थानों की महिलाएं, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मेघनगर श्रीमती रीतिका पाटीदार , आबकारी अधिकारी श्रीमती बसंती भूरिया सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्रीमती सुप्रिया बिसेन , सीएमओ पेटलावद श्रीमती आशा भंडारी, एवं अन्य महिलाएं उपस्थित रही ।