संपादक नयन टवली की कलम से ✍️

अलीराजपुर – जनजाति विकास मंच के जिला युवा प्रमुख कादु सिंह डुडवे अचानक स्वास्थ्य केंद्र बखतगढ़ पहुंचे जहां उन्होंने केंद्र का निरिक्षण किया वहा कई प्रकार की लापरवाही देख उन्होने बताया की शासन एक तरफ विकास की बात करती है वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य व्यवस्था में लापरवाही हो रही है , जहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर व्यवस्था में भारी लापरवाही चल रही है , एक माह में करीब 40 डिलीवरी महिला पेशेंट आती है जगह कम होने के कारण कई बार कम दिन में छुट्टी देना पड़ रही है , डॉक्टर और नर्स का कहना है कि हम हमारा प्रयास पूरा करते हैं लेकिन डिलीवरी पेशेंट के साथ आशा कार्यकर्ता आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एक भी नहीं आती है कई बार तो सीधे गुजरात से पहुंचते हैं जिसमें ना तो सोनोग्राफी नाम ममता कार्ड कोई खून की जांच करवरकर रिपोर्ट लेकर आते हैं ऐसे में भी हम रिस्क लेकर पेशेंट की डिलीवरी करते हैं स्थानीय स्तर पर सहयोग बहुत कम मिलने के कारण से भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है , नए स्थल भवन बनकर तैयार है लेकिन चालू नहीं करने के कारण पुराने अस्पताल में ना शौचालय की व्यवस्था है ना पर्याप्त पानी की व्यवस्था है ना रूम की व्यवस्था है हम रखे तो रख कहां , सुरक्षा गार्ड नहीं होने के कारण से नए अस्पताल में करीब दो बार चोरी हो चुकी है जिसमें टंकी के ढक्कन और बिजली के वायर लाइट तोड़कर चोर ले गए , सामाजिक स्तर पर कई बार डॉक्टर की मांग की गई नए अस्पताल में जल्दी शिफ्ट किया जाए स्टाफ को वहीं पुराना अस्पताल से नए अस्पताल में जल्दी शिफ्ट हो उसके लिए भी लगातार प्रयास किया जा रहा है अस्पताल विभाग की ओर से नए अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया जा रहा है जिससे कई परेशानी का सामना करना पड़ता है डॉक्टर और नर्स को , हीमोग्लोबिन मशीन ठीक नहीं होने के कारण से कई महिलाओं को रक्त की कमी का पता नहीं चल पा रहा है ऐसे में रिपोर्ट आने में समय लगता है इसलिए भी कई बार पेशेंट को डॉक्टर रेफर करने पर मजबूर है , भर्ती महिलाओं के लिए भोजन बनता है पर्याप्त गुणवत्ता युक्त नहीं होने पर भी नाराज हुए , डॉ कुसुम भयड़िया के द्वारा अच्छा प्रयास किया जा रहा है वह बीमार रहते हुए भी 24 घंटे ड्यूटी करते हैं कई बार महिला के साथ पति नहीं आने के कारण उनको समझने में दिक्कत आती है , हम अपनी तरफ से अपना प्रयास पूरा करते हैं और कहीं कंडीशन में हमने डिलीवरी नार्मल करवाई है, वही स्वयं डॉक्टर ने कहा कि हमारे स्टाफ की कमी के कारण से हमें ज्यादा काम करने के कारण हमें भी परेशानी होती है बाकी इमरजेंसी जो केश होते हैं उनको हम समझाइए देते हुए जहां उनका जाने की इच्छा हो वहां भेज देते हैं , वर्तमान में वहां समस्या पर इन बिंदुओं पर आवश्यकता है ।
1 . एक डॉक्टर की आवश्यकता ।
2 . शौचालय की व्यवस्था नहीं होने के कारण से परेशान होना पड़ता है हमारे जो डॉक्टर को ।
3 . HB मीटर खराब होने से दिक्कत का सामना करना पड़ता है ।
4 . डॉक्टर और मरीज के लिए आरो का पानी नहीं है ।
5 . इमरजेंसी ड्यूटी करने के लिए डॉक्टर, नर्स को रोकने की व्यवस्था नहीं है ।
6 . सुरक्षा गार्ड नहीं होने कारण से परेशानी हो आ रही है ।
7 . वार्ड बॉय नहीं होने कारण से सफाई आने काम में दिक्कत आ रही है। भर्ती मरीजों के साथ रहते हैं उनके पीने की व्यवस्था का पानी नहीं है ।
8 . पोस्टमार्टकठिनाई (PM) हीं होने के कारण से और कठिनाई का सामना करना पड़ता है ।
9 . नए अस्पताल तुरंत चालू किया जाए , इन बिंदुओं पर तत्काल संज्ञान लेने की आवश्यकता है समस्या का समाधान नहीं होता है तो बहुत जल्दी जनजाति विकास मंच आंदोलन करेगा ।