प्रतिनिधि पीयूष राठौड़ खट्टाली✍️

अलीराजपुर- बड़ी खट्टाली नगर में भगोरिया पर्व के दौरान ग्राम वासी में पर्व का परवान चढ़ा हुआ था चारों ओर बुधवार को कहीं नगर में बांसुरी तो कहीं ढोल तो कहीं मांदल की आवाज घूमती सुनाई दे रही थी नगर में सभी स्थानों पर विशेष सुरक्षा के प्रबंध किया हुए थे व्यापारियों ने भी अपनी अपनी दुकानें अपने घरों के बाहर बाहर लगाई थी जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण जन सामान खरीदने पहुंचा मांदल की थाप पर कुराटीया लगाते हुए थिरकते ग्रामीण पर्व की मस्ती में मदमस्त हो गए थे जिन्हें देखने के लिए भगोरिया में आए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा वनवासियों ने नारियल खजूर हार काकड़ की जमकर खरीदी की साथ ही साथ कुल्फी आइसक्रीम ज्यूस इत्यादि का भी जमकर लुफ्त उठाया प्रशासन द्वारा मेले प्रांगण से लेकर नगर के चारों कोनों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हुए थे जिससे ग्रामीणों को भगोरिया पर्व में असुविधा का सामना ना करना पड़े और ना ही असामाजिक तत्वों ने नुकसान पहुंचा सके भगोरिया पर्व के दौरान राजनीतिक दलों के दोनों नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ ढोल बजाते हुए पर्व की शुरुआत की भगोरिया पर्व में शहर के आसपास से आई टोलियों ने अपने अपने गांव में फलीयों के हिसाब से अपना एक ड्रेस कोड निर्धारित कर सभी लोग एक जैसी वेशभूषा पहन कर आए थे जिससे वह पर्व की शोभा और अधिक बढ़ाते नजर आए सामान्यतः ड्रेस कोड कोई घूमने नहीं या फिर किसी संकेत के रूप में माना जाता है परंतु भगोरिया में पहने ड्रेस कोर्ट ने आदिवासी संस्कृति की एकता को बड़े ही सहज ढंग से प्रदर्शित किया है साथ ही पर्व पर पहने जाने वाले आभूषण बड़े ही मनमोहक नजर आ रहे थे आदिवासी संस्कृति में पूर्व से चली आ रही हाथ पर नाम खुदवाने की परंपरा के अनुसार युवक युक्तियों का नाम गुदवाते देखे गए स्थानीय मैदान पर छोटे झूलो पर आदिवासी युवक युक्तियों व बच्चों ने आनंद उठाया , साथ ही साथ पुलिस प्रशासन का सराहनीय सहयोग रहा स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी शंकर सिंह जमरा काफी सक्रिय दिखाई दिए एवं पूरे पुलिस स्टाप के साथ पूरे कस्बे में घूमते रहै ।