प्रतिनिधि विकास राठौड़ की खबर ✍️


अलीराजपुर – सोंडवा अखिल विश्व गायत्री परिवार , शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संचालित ज्योति कलश रथ यात्रा का सोंडवा नगर में भव्य स्वागत किया गया। यह यात्रा अखंड दीपक प्राकट्य शताब्दी एवं परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा जी के जन्म शताब्दी वर्ष 2026 के उपलक्ष्य में संपूर्ण भारतवर्ष में जनजागरण एवं संस्कृतिवादी चेतना के प्रसार हेतु निकाली जा रही है , गायत्री परिवार द्वारा चलाई जा रही यह रथ यात्रा भारत की प्राचीन संस्कृति, संस्कार, सद्विचार और नारी शक्ति के गौरव को पुनः जाग्रत करने का एक प्रेरणादायक प्रयास है। रथ में प्रतिष्ठित अखंड ज्योति कलश के दर्शन हेतु श्रद्धालु उमड़ पड़े , इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जयपालसिंह खरत ने विशेष रूप से उपस्थित होकर कलश की विधिवत पूजा-अर्चना की और राष्ट्र कल्याण व जनजागृति के इस पुनीत प्रयास में अपनी सहभागिता जताई। उन्होंने कहा कि “गायत्री परिवार का यह कार्य न केवल आध्यात्मिक दिशा में बल्कि सामाजिक चेतना को जाग्रत करने वाला है। आज के समय में ऐसे आयोजनों की महती आवश्यकता है , इस पुनीत अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री प्रदीप सोलंकी, सोंडवा ग्राम पंचायत के सरपंच श्री शिव ठाकुर , टेमला ग्राम पंचायत के सरपंच श्री बाटला सोलंकी, अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं बड़ी संख्या में गायत्री परिवार के कार्यकर्ता व ग्रामवासी उपस्थित रहे। सभी ने रथ में विराजमान ज्योति कलश की आरती कर कल्याणकारी ऊर्जा का अनुभव किया , कलश यात्रा सोंडवा के मुख्य मार्गों से निकाली गई, जिसमें भक्ति गीतों, वंदेमातरम् घोष और “हम बदलेंगे, युग बदलेगा” जैसे नारों के साथ नगर को आध्यात्मिक वातावरण से सराबोर कर दिया गया। अनेक श्रद्धालु महिला-पुरुष व युवा वर्ग इसमें बढ़-चढ़कर शामिल हुए , गायत्री परिवार के स्थानीय प्रतिनिधियों ने बताया कि यह यात्रा देशभर में सांस्कृतिक जागरण, नशा मुक्ति, संस्कार निर्माण, नारी सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण जैसे उद्देश्यों को लेकर चल रही है। रथ यात्रा के माध्यम से गाँव-गाँव, नगर-नगर जाकर लोगों को आत्मबल, साधना, सेवा और स्वाध्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जा रही है , कार्यक्रम का समापन शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे प्रशिक्षित परिजनों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार और प्रार्थना सभा के साथ हुआ, जिसमें समस्त उपस्थितजनों ने भारतवर्ष में युग निर्माण के संकल्प लिए ।